
अजमेर/रायपुर। विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा गरीब नवाज़ मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेर शरीफ का 812 वां सालाना उर्स पाक छठी शरीफ़ की फातेहा के बाद संपन्न हो गया। जन्नती दरवाजा भी 6 रज्जब को बंद कर दी गई है। इसके बाद जायरीनों का लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है। रायपुर सहित देशभर से जायरीन के आलावा पड़ोसी मुल्कों से भी हजारों की तादात में जायरीन अजमेर शरीफ उर्स पाक में शिरकत करने पहुंचे हैं। सभी धर्मों के आस्था का प्रतीक ख़्वाजा गरीब नवाज़ का आस्ताना है जहां सभी धर्मों के लोग हाजिरी देने और अपनी मुरादों को लेकर पहुंचते हैं और चादर फूल पेश कर अपनी खेराजे अकीदत पेश करते हैं।

रायपुर से एथलेटिक क्लब चादर गरीब नवाज़ कमेटी, फैजाने चिश्तिया औलिया कमेटी के आलावा कई कमेटियों ने भी चादर पेश की। जनता से रिश्ता के राजनीतिक संपादक ज़ाकिर घुरसेना भी अजमेर शरीफ प्रवास पर हैं। उन्होनें भी चादर पेश किया। खादिमे आस्ताना जनाब हाजी अमजद हुसैन चिश्ती ने उन्हे जियारत कराई और मुल्क सहित देश दुनिया में अमनचैन की दुआ की। गौरतलब है कि हिंदलवली के आस्ताने में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से ऑल इंडिया भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमील सिद्दिकी ने, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की चादर प्रदेश अल्पसंख्यक मोर्चा के नेताओ के आलावा सोनिया गांधी की ओर से चादर राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने चढ़ाई। जनता से रिश्ता के राजनीतिक संपादक ज़ाकिर घुरसेना भी अजमेर प्रवास पर हैं। उन्होनें भी चादर पेश की। खादिमे आस्ताना जनाब हाजी अमजद हुसैन चिश्ती ने उन्हे जियारत कराई और मुल्क सहित देश दुनिया में अमन चैन की दुआ की।