लखीसराय में विश्व स्तनपान सप्ताह पर जिला स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित

लखीसराय। समाहरणालय अवस्थित मंत्रणा कक्ष में जिलाधिकारी अमरेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार को विश्व स्तनपान सप्ताह के उपलक्ष्य में जिला स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में जिला पदाधिकारी , सिविल सर्जन डॉ विनोद प्रसाद सिन्हा एवं अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डा अशोक भारती के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करते हुए कार्यशाला प्रारंभ किया गया । इस अवसर पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुधांशु नारायण लाल एवं , जिला योजना समन्वयक सुनील कुमार शर्मा के द्वारा पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से नवजात शिशु मृत्यु दर में कमी लाने, शिशुओ के शारीरिक, मानसिक विकास एवं कुपोषण से बचाने तथा माताओं के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए के लिए के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 1 से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह मनाये जाने के बारे में विस्तार से बताया गया। इसके तहत प्रत्येक माताओं को स्तनपान के महत्व की जानकारी प्रदान की जाती है एवं स्तनपान प्रोत्साहित करने हेतु विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से सहयोग प्रदान किया जाता है। विश्व स्तनपान सप्ताह कार्यक्रम का आयोजन सभी स्वास्थ्य संस्थान के द्वारा अपने पोषक क्षेत्र में किया जाना है । जिसके माध्यम से सभी जन तक निम्न सूचना को अनिवार्य रूप से पहुचाने की आवश्यकता पर बल दिया गया। मौके पर लोगों से जन्म के एक घंटे के भीतर स्तनपान शुरू करने,जीवन के पहले 6 महीनों तक केवल और केवल स्तनपान कराने,शिशु के 6 महीने की उम्र के बाद पौष्टिक रूप से पर्याप्त और सुरक्षित संपूरक आहार देने ,2 साल या उससे अधिक समय तक स्तनपान जारी रखने पर बल दिया गया।
इसके अलावा नवजात शिशु को स्तनपान कराने के फायदे भी बताये गये। शिशु के जन्म के बाद अगले कुछ दिनो तक आने वाला गाढ़ा पीला दूध कोलोस्ट्रम कहलाता है । इसकी मात्रा कुछ बुँदे ही होती हैं । जो नवजात शिशु के लिए पर्याप्त होता है । यह पीले रंग का चिपचिपा अत्यंत पोषक एवं शिशु को संक्रमण से बचाने वाला विटामिन ‘ए’ एवं विटामिन ‘के’ से भरपूर होता है । यह नवजात शिशु को दस्त एवं साँस की बीमारी, पीलिया और अनेक संक्रमणों से बचाता है एवं संक्रमण की गंभीरता को कम करता है । यह शिशु की आंतों की सफाई (मेकोनियम) कर पीलिया होने से रोकने में मदद करता है एवं आँतों को परिपक्व करता है । कोलोस्ट्रम मूलतः शिशु को मिलने वाला पहला प्राकृतिक टीका है। कार्यक्रम में उपस्थित महिला चिकित्सक डॉ० विनीता, डॉ० हरिप्रिया , डॉ० संजय कुमार, डॉ० विनोद कुमार सिन्हा, डॉ धीरेन्द्र कुमार, डॉ० राकेश कुमार, समेकित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी इत्यादि के द्वारा नवजात शिशु को स्तनपान कराने विषय पर परिचर्चा किया गया । कार्यक्रम के अंत में डीएम अमरेंद्र कुमार द्वारा इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम पर खासकर ग्रामीण क्षेत्रो में विशेष रूप से फोकस करने का निर्देश दिया गया। उनके द्वारा सभी प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य संस्थान में हेल्दी बेबी शो का आयोजन करने का निर्देश दिया गया । बैठक में उपस्थित सभी प्रतिभागियों के द्वारा विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर स्तनपान का समर्थन करने का संकल्प लिया गया।
