
इम्फाल: मणिपुर सरकार ने फेफड़ों के संभावित घातक संक्रमण निमोनिया से निपटने के लिए एक अभियान और एक नवजात संसाधन केंद्र शुरू किया है। सामाजिक जागरूकता एवं निमोनिया को सफलतापूर्वक निष्क्रिय करने की कार्रवाई (SAANS) अभियान 2023-24 और राज्य नवजात संसाधन केंद्र का उद्घाटन बुधवार को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. सपम रंजन सिंह ने किया। निमोनिया बच्चों और वयस्कों दोनों को प्रभावित कर सकता है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है और यह बैक्टीरिया, वायरस या कवक के कारण होता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बीमारी को रोकने के लिए जीवन के पहले छह महीनों के लिए विशेष स्तनपान जैसे हस्तक्षेपों को महत्वपूर्ण माना है। डॉ. सिंह ने निमोनिया से निपटने के लिए जागरूकता और शीघ्र हस्तक्षेप के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा अगर सही समय पर एहतियाती कदम उठाए जाएं तो निमोनिया एक आम, रोकथाम योग्य और इलाज योग्य बीमारी है।
उन्होंने व्यापक जागरूकता अभियान चलाने, सोशल मीडिया का लाभ उठाने और राज्य के हर कोने तक पहुंचने का आग्रह किया। मंत्री ने कोविड-19 का मुकाबला करने और ‘सभी के लिए मुख्यमंत्री स्वास्थ्य’ योजना की सफलता में योगदान देने में आशा (मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं) के प्रयासों की भी सराहना की।
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