INDIA गठबंधन मीटिंग में मिला सिर्फ चाय-बिस्कुट, कांग्रेस के पास फंड नहीं

नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को टक्कर देने के लिए बने विपक्षी इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक देश की राजधानी दिल्ली में मंगलवार, 19 दिसंबर को हुई। इंडिया गठबंधन की इस बैठक को लेकर विपक्ष जोरदार हमला बोल रहा है। इस बीच जेडीयू के बागी सांसद सुनील कुमार पिंटू ने भी इंडिया गठबंधन की बैठक को लेकर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि पहले मीटिंग में समोसा मिलता था, इस बार सिर्फ चाय-बिस्कुट हुआ।

गुरुवार को न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत के दौरान सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि पहले मीटिंग (इंडिया गठबंधन) में समोसा मिलता था, लेकिन इस बार सिर्फ चाय-बिस्कुट हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि अभी कांग्रेस ने खुद कह रखा है कि फंड की कमी है, लोग उन्हें डोनेट करें। जेडीयू के बागी सांसद सुनील कुमार पिंटू ने बताया कि कल जो इंडिया गठबंधन बैठक हुई।
उसमें सभी विपक्षी नेताओं को किसी ठोस नतीजे की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सुनील कुमार ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी की ओर से बताया गया है कि वे फंड की कमी का सामना कर रहे हैं और सभी से उन्हें समर्थन देने के लिए 138 रुपये, 1380 रुपये या 13,800 रुपये का योगदान करने का अनुरोध किया। जिसके कारण कल की बैठक सिर्फ चाय और बिस्कुट तक ही सीमित रही। गौरतलब है कि सुनील कुमार पिंटू बीजेपी से तीन बार एमएलए रह चुके हैं और 2019 में सीट जेडीयू को जाने के बाद बीजेपी के कहने पर नीतीश कुमार की पार्टी से उन्होंने चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
#WATCH | On INDIA Alliance meeting, JD(U) MP Sunil Kumar Pintu says, “In the meeting yesterday, big leaders of several parties had come for sharing in the alliance. But no discussion on the same could be done. Yesterday’s meeting was restricted to tea biscuits…because Congress… pic.twitter.com/7PCaaeUANF
— ANI (@ANI) December 20, 2023
वहीं रालोजपा के राष्ट्रीय अघ्यक्ष व केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा है कि इंडिया गठबंधन भानुमति का कुनबा की तरह है। यह कहीं का ईंट, कहीं का रोड़ा भानुमति ने कुनबा जोड़ा जैसा है। इसकी बैठक महज खानापूर्ति ही साबित हुई। पारस ने कहा कि इंडिया गठबंधन के पास कोई नेता है, ना नीयत है, न ही नीति है और ना ही कोई भी फैसला लेने की इनलोगों के पास ताकत है। ये लोग केवल फोटो खिंचवाने के लिए इक्ट्ठा होते हैं। इंडिया गठबंधन की चारों बैठक फोटो सेशन ही साबित हुआ। हाल यह है कि ये लोग अभी तक अपना संयोजक भी नही चुन पाए। इंडिया गठबंधन बालू की भीत की तरह है। इसका कोई भविष्य नहीं। स्वार्थवश एकजुट हुए ये लोग शीघ्र बिखर जाएंगे।