IPS सतवंत अटवाल को मिला हिमाचल प्रदेश की DGP का अतिरिक्त प्रभार

हिमाचल प्रदेश। कारोबारी निशांत शर्मा मामले में आईपीएस संजय कुंडू को मंगलवार सुबह डीजीपी पद से हटाने के बाद सुक्खू सरकार ने सतवंत अटवाल को हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रमुख का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है। वह वर्तमान में एडीजीपी स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो हैं। उनके पास सीआईडी (CID) का भी अतिरिक्त प्रभार है।

सतवंत अटवाल डीजीपी की गैर मौजूदगी में बीते साल जून माह में भी अतिरिक्त पदभार संभाल चुकी हैं। खास बात यह है कि सतवंत अटवाल हिमाचल की पहली महिला आईपीएस अफसर है। वह बिलासपुर जिला से ताल्लुक रखती हैं। बता दें कि हाईकोर्ट ने कारोबारी निशांत शर्मा मामले में संजय कुंडू को डीजीपी पद से स्थानांतरित करने के आदेश दिये थे, ताकि कारोबारी मामले में जांच प्रभावित न हो। ऐसे में सुक्खू सरकार ने संजय कुंडू को डीजीपी पद से हटाकर आयुष विभाग का प्रधान सचिव आयुष तैनात किया है।
1996 बैच की आईपीएस अधिकारी एडीजीपी सतवंत अटवाल को हिमाचल प्रदेश पुलिस का जिम्मा दिया गया है। एडीजीपी स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो के पद पर तैनात अटवाल सतवंत अटवाल को डीजीपी का अतिरिक्त कार्य भार दिया गया है। इस संबंध में गृह विभाग ने अधिसूचना जारी की है। इससे पहले सरकार ने डीजीपी के पज पर तैनात संजय कुंडू को आय़ुष विभाग में प्रधान सचिव लगाया था।
जाहिर है हाईकोर्ट ने कारोबारी निशांत शर्मा को धमकी देने से जुड़े मामले में आईपीएस अधिकारी संजय कुंडू व कांगड़ा की एसपी शालिनी अग्निहोत्री को वर्तमान पद से हटा कर कहीं और स्थानांतरित करने के आदेश दिए थे।जिसके चलते आज सुबह ही उनको आय़ुष विभाग में प्रधान सचिव लगाया था।
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी संजय कुंडू ने हिमाचल हाईकोर्ट के उस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी हुई है, जिसमें उन्हें हिमाचल प्रदेश डीजीपी के पद से हटाकर अन्य पद पर भेजे जाने का फैसला सुनाया गया था। प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जेबी परदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने मंगलवार को कुंडू की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी की दलीलों पर संज्ञान लिया। इसके बाद पीठ याचिका पर बुधवार को सुनवाई के लिए सहमत हो गई।