Jharkhand : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन रांची के अस्पतालों में गूंजी किलकारी, 80 बच्चों का जन्म
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रांची : 22 जनवरी को रामलला का प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुआ. जिसके बाद अयोध्या में ही नहीं बल्कि पूरे देश में दिवाली का त्यौहार मनाया गया. इस मौके पर रिम्स, सदर अस्पताल सहित विभिन्न अस्पतालों में करीब 80 बच्चों ने जन्म लिया. जानकारी के अनुसार, सदर अस्पताल में सबसे ज्यादा बच्चों ने जन्म लिया. सदर अस्पताल में करीब 28 बच्चों का जन्म हुआ. वहीं रिम्स में 20 बच्चों का जन्म हुआ. बता दें कि जन्में बच्चों में लड़कियों की संख्या ज्यादा रही. जानकारी के मुताबिक सेंटेविटा में छह बच्चों ने, हील व्यू में चार बच्चों ने और मातृ जीवन में चार बच्चों समेत कई अस्पतालों में आम दिनों के मुकाबले अधिक बच्चों ने जन्म लिया.
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सदर अस्पताल में सबसे ज्यादा बच्चों ने लिया जन्म
राजधानी रांची के सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि रामलला का प्राण प्रतिष्ठा के दिन अन्य दिनों के मुकाबले अधिक संख्या में बच्चों का जन्म हुआ. सदर अस्पताल में हर दिन करीब 18 बच्चों का जन्म होता है. लेकिन कल करीब 28 बच्चों का जन्म हुआ. वहीं झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में हर दिन औसतन 12 से 15 बच्चे ही जन्म लेते हैं. लेकिन कल रिम्स में 20 बच्चों ने जन्म लिया. महिला एवं स्त्री रोग विशेषज्ञों ने बताया कि सोमवार को अन्य दिनों के मुकाबले सिजेरियन अधिक हुआ. महिला एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ ने बताया कि अधिकतर सिजेरियन सोमवार को पहले से ही प्लान किए गए थे. इमरजेंसी कंडीशन में बहुत कम ही सिजेरियन किए गए हैं. जितने भी सिजेरियन किए गए सभी प्लानिंग के तहत ही थे. डॉ ने आगे बताया कि गर्भवती महिलाओं का ही ऑपरेशन किया गया, जिसके टर्म पूरे हो गए थे.
राम से जुड़ा रखा जाएगा बच्चों का नाम
प्राण प्रतिष्ठा के दिन जन्मे बच्चे-बच्चियों के माता-पिता खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं. सोमवार को अस्पताल में जन्मे बच्चों के परिजनों में उत्साह और खुशी देखने को मिली. उन्होंने बताया कि वो लोग अपने बच्चों के नाम राम से मिलते-जुलते रखेंगे. वहीं अपनी बच्चियों के नाम में भी राम से मिलते-जुलते नाम का जिक्र करेंगे.