
गांदरबल : सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ कश्मीर (सीयूकश्मीर) के कनवर्जेंट जर्नलिज्म विभाग (डीसीजे) ने रविवार को “विकसित और सशक्त भारत के निर्माण में जम्मू-कश्मीर के युवा” विषय पर एक ऑनलाइन सत्र का आयोजन किया।
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सत्र का संचालन पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के उपाध्यक्ष डॉ. वरिंदर भाटिया ने किया। डीन एकेडमिक अफेयर्स (डीएए), प्रोफेसर शाहिद रसूल, एचओडी, डॉ. आरिफ नजीर, संकाय सदस्य, छात्र और विद्वान इसमें शामिल हुए।
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए डॉ. वीरेंद्र ने कहा, भारत के युवा, देश का सबसे महत्वपूर्ण जनसांख्यिकीय लाभांश होने के नाते, 2047 में देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
उन्होंने कहा कि भारत को अपने ‘संक्रमणकालीन चरण’ में होने के कारण कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, हालांकि, युवाओं की सक्रिय भूमिका निश्चित रूप से देश को उनसे निपटने में मदद करेगी।
प्रभावी शैक्षिक प्रणालियों के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, “जैसा कि एनईपी-2020 में परिकल्पना की गई है, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा फोकस के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक होनी चाहिए और भारत में शिक्षा के सभी स्तरों पर प्रभावी शैक्षिक प्रणालियों को लागू करने की आवश्यकता है।”