हिमाचल प्रदेश
एमए सोशल वर्क के छात्र परिवहन विभाग हिमाचल प्रदेश के साथ मिलकर सडक़ सुरक्षा को लेकर एक अभियान चलाया
घायल को अस्पताल पहुंचाएं, पुलिस कुछ भी नहीं करेगी

शिमला: हिमाचल प्रदेश में हर साल सडक़ हादसों में हजारों लोग जान गंवाते हैं तो कई ताउम्र अपंगता का दर्द झेलते हैं। सडक़ हादसों को कम करने के लिए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के एमए सोशल वर्क के छात्र परिवहन विभाग हिमाचल प्रदेश के साथ मिलकर सडक़ सुरक्षा को लेकर एक अभियान चलाया है। इस अभियान की थीम है आओ मिलकर व्यक्ति का दायित्व निभाएं- सबका अमूल्य जीवन बचाएं। इस अभियान को परिवहन विभाग हिमाचल प्रदेश के द्वारा चलाए जा रहा है। यह कार्यक्रम 25 जनवरी से लेकर 5 फरवरी तक चलेगा। 29 जनवरी को मॉल रोड पर लोगों को सडक़ सुरक्षा को लेकर विश्वविद्यालय के छात्रों ने जागरूक किया ।

यह अभियान परमाणु शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग के अंतर्गत चलाए जा रहा है। जिसमें लोगों को यह बताया जा रहा है कि सडक़ दुर्घटना में घायल व्यक्ति को तड़पते हुए देखने के बजाय उसे अस्पताल पहुंचाकर अपने मानवीय कर्तव्य का पालन करें । इसके लिए उन्हें पुलिस या अस्पताल प्रशासन द्वारा किसी भी आवश्यक कार्यवाही के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। घायल व्यक्ति को किसी के भी द्वारा अस्पताल पहुंचाने के लिए उस व्यक्ति को सरकार द्वारा 5000 रुपए की राशि पुरस्कार के रूप में प्रावधान किया गया है। इसके अंतर्गत को बताता है यदि व्यक्ति अपना नाम अपनी मर्जी से पुलिस को बताता है तो पुलिस उसे गवाह बनने के लिए मजबूर नहीं करेगी।