हिमाचल प्रदेश
थकरघा प्रदर्शनी में कुल्लू के शॉल-टोपी पर आया लोगों का दिल
प्रदर्शनी में कुल्लू के कलाकारों की बनाई गई वस्तुएं लाई गई हैं।

शिमला: गेयटी थियेटर में हथकरघा प्रदर्शनी बुधवार से शुरू हो गई है। यह प्रदर्शनी दो फरवरी तक सुबह दस बजे से शाम आठ बजे तक लगेंगी। रैन कॉर्पोरेशन सोसायटी द्वारा आयोजन इस प्रदर्शनी में कुल्लू के कलाकारों की बनाई गई वस्तुएं लाई गई हैं। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य भारत सरकार वस्त्र मंत्रालय द्वारा हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम के उत्पादों का प्रचार कर लोगों को एक रोजगार देना है। दूसरे दिन भी इस प्रदर्शनी में खरीददारों की भीड़ उमड़ी। प्रदर्शनी में कुल्लू के ऊनी उत्पादों की वस्तुएं जैसे कुल्लू शॉल, स्टाल, अंगोरा शॉल, कुल्लू टोपी, गर्म सूट, ऊनी मोजे, सिंपल मफलर, डिजाइनर मफलर, लिंगचा, पट्टू, दौडू लगाई गई है, जो कि लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।

प्रदर्शनी में राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों से हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम में काम कर रहे कारीगर अपने उत्पादों को लेकर यहां आए हैं। हथकरघा प्रदर्शनी में आए दि रैना कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष तारा चंद शर्मा ने बताया कि विभिन्न शहरों में प्रदर्शनी आयोजित करने का सरकार का उद्देश्य राज्य की कलाकृतियों का प्रचार-प्रसार के साथ दूसरे जिलों की कलाकृतियों की आपस में जानकारी एवं अनुभवों का आदान—प्रदान करना है। इससे हस्तशिल्प उत्पाद बनाने वाले कारीगरों को रोजगार भी मिल रहा है। इसके साथ ही महिलाएं भी आत्मनिर्भर हो रही हैं।