हिमाचल प्रदेश
ग्रामीण डाक सेवक संघ की पुरानी पेंशन विसंगतियों को दूर करने के लिए भूख हड़ताल शुरू
काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया

शिमला: अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ शिमला ग्रामीण ने केंद्रीय नेतृत्व से मिले निर्देश के बाद अब मंगलवार को फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। वर्षों से लंबित पड़ी अपनी मांगों पर कोई निर्णय नहीं होने के चलते ज्वाइंट काउंसिलिंग ऑफ एक्शन के केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ, मंडल शाखा एवं नेशनल यूनियन ऑफ ग्रामीण डाक सेवक की ओर से मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल की।

यूनियन सचिव किशन लाल लोहार व कोषाध्यक्ष जगदीश चंद्र सालवी का कहना है कि हमारी सरकार से काफी समय से मांग चल रही है कि समूह बीमा कवरेज को 5 लाख तक बढ़ाए, विभागीय कर्मचारियों के साथ समानता में जीडीएस ग्रेच्युटी में वृद्धि की जाए, 180 दिनों तक की सवैतनिक छुट्टी को आगे बढ़ाना और उसका नगदीकरण किया जाना चाहिए। इसके अलावा तीसरा ग्रामीण डाक सेवक की एसडीएस में सेवा निर्वहन लाभ तीन फीसदी से बढक़र 10 फीसदी करने और ग्रामीण डाक सेवक को पेंशन प्रदान करने, चौथा ग्रामीण डाक सेवक के सभी प्रकार की प्रोत्साहन योजना को समाप्त कर जैसे आइपीपीबी, आरपीएलआइ, बचत योजना, मनरेगा भुगतान को बंद कर कार्यभार की गणना की जाए।