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हिमाचल प्रदेश : राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने शाम राजभवन में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आये दिव्यांग युवा प्रतिभावानों को सम्मानित किया। उपलब्धि हासिल करने वालों में निकिता चौधरी भी शामिल हैं, जो व्हीलचेयर पर बैठकर एमबीबीएस की डिग्री हासिल करने वाली राज्य की पहली लड़की हैं।
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उमंग फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में तीन सहायक प्रोफेसरों, मुस्कान नेगी और प्रतिभा ठाकुर, जो दृष्टिबाधित हैं, और अंजना ठाकुर, जो एक विकलांग हैं, को भी सम्मानित किया गया।
राज्यपाल ने युवा उपलब्धि हासिल करने वालों के बारे में कहा कि इन लड़कियों ने साबित कर दिया है कि समर्पण और कड़ी मेहनत से किसी भी विकलांगता पर काबू पाया जा सकता है।
राज्यपाल ने पांच दृष्टिबाधित विद्यार्थियों को लैपटॉप और दो दिव्यांग विद्यार्थियों को मोबाइल फोन वितरित किये। इस अवसर पर लगभग 40 उच्च शिक्षित दिव्यांग व्यक्तियों और आरकेएमवी कॉलेज की पांच विशेष रूप से सक्षम छात्राओं को भी सम्मानित किया गया। उच्च शिक्षा विभाग की कमला कौशल ने तीन लैपटॉप और प्रोफेसर एसपी बंसल और रवि ठाकुर ने दृष्टिबाधित लड़कियों के लिए एक-एक लैपटॉप दान किया। राज्यपाल ने रक्तदान करने वाली राज्य की पहली दृष्टिबाधित महिला निशा ठाकुर को भी सम्मानित किया।