हिमाचल प्रदेश
प्रारंभिक शिक्षकों के लिए पांच दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया गया
कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को समग्र शिक्षा के तहत संचालित विभिन्न गतिविधियों की जानकारी देना है

मनाली: डाइट कुल्लू में प्रारंभिक शिक्षकों के लिए समग्र शिक्षा के तहत पांच दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम समन्वयक शमशेर ठाकुर ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत शिक्षा के क्षेत्र में आ रहे बदलावों के बारे में जागरूक करना और समग्र शिक्षा के तहत संचालित विभिन्न गतिविधियों की जानकारी देना है। कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन जीत राणा, डॉ. अमित मेहता, डॉ. चमन, जितेंद्र शर्मा, अजय कांबोज, श्याम हांडा, कमल कांत शर्मा, अजीत बोध, पुष्पा साहनी वेद, कुलदीप शर्मा ने समग्र शिक्षा के तहत चलाए जा रहे कार्यक्रमों पर चर्चा की।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की मुख्य बातें, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा, यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम, ब्लूम वर्गीकरण, शिक्षार्थी केंद्रित और शिक्षक केंद्रित पद्धति, कला एकीकृत शिक्षा, तकनीकी योग्यता, विकलांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम 2016 (आरपीडब्ल्यूडी अधिनियम 2016) अनिवार्य बाल शिक्षा (आरटीई अधिनियम 2009), राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण, सीखने के परिणामों में बच्चों के अधिकारों के बारे में निःशुल्क और जानकारी दी गई। अंतिम दिन प्राचार्य सुरेंद्र शर्मा ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सभा को संबोधित किया। कार्यशाला में शिक्षा खंड बंजार, सैंज, कुल्लू-1 से 63 शिक्षकों ने भाग लिया।