हिमाचल प्रदेश
इंजनघर वार्ड नशा कम करने को आया आगे
संजौली चौक से लेकर इंजन घर वार्ड तक कुत्तों की संख्या काफी बढ़ गयी है.

शिमला: शहर में बढ़ती नशाखोरी के खिलाफ अब इंजन घर वार्ड के लोग अभियान चलाने जा रहे हैं। रविवार को इंजन घर वार्ड में पार्षद अंकुश वर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में वार्ड के लोगों ने यह निर्णय लिया. वार्ड बैठक में इंजन घर की समस्याओं पर भी चर्चा की गयी. इसमें लोगों ने दो एंबुलेंस को सड़क से हटाने की मांग की. वार्ड सभा में लोगों ने बताया कि दोनों सड़कों के लिए लोगों ने कई बार राज्य सरकार से गुहार लगाई, लेकिन नगर निगम इन सड़कों को दुरुस्त कराने के लिए कोई काम नहीं कर पाया है. ऐसे में वार्ड सभाओं में यह मुद्दा बार-बार उठता रहा लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला. कुत्तों व बंदरों की बढ़ती संख्या को लेकर वार्ड बैठक में भी सवाल उठाये गये. लोगों का कहना है कि संजौली चौक से लेकर इंजन घर वार्ड तक कुत्तों की संख्या काफी बढ़ गयी है.

बंदरों की भी आमद है, जिससे लोगों को आने-जाने में दिक्कत हो रही है। ऐसे में नगर निगम को इन कुत्तों और बंदरों को हटाने के लिए योजना तैयार करनी चाहिए. इस पर वार्ड पार्षद अंकुश वर्मा ने कहा कि वार्ड के सभी मुद्दों को नगर निगम सदन में लाया जायेगा और उस पर काम किया जायेगा. वार्ड में हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की ओर पीएचसी खोलने की भी मांग की गई है। इस पर पार्षद ने आश्वासन दिया है कि नगर निगम और राज्य सरकार से मदद लेकर इस मांग को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा. शहर की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए इंजन घर वार्ड के लोगों ने एमसी और राज्य सरकार से मांग की है कि जो भी वन संपदा नगर निगम परिधि में आती है, उसे नगर निगम के अधीन किया जाए. राज्य सरकार से आग्रह है कि वन संपदा को नगर निगम को लौटाया जाये ताकि वन संपदा से शहर के विकास कार्य में मदद मिल सके. दस साल पहले यह बैठक पूर्व पार्षद सुशांत कपरेट की अध्यक्षता में हुई थी. बैठक में वह भी मौजूद थे.