
शिमला। ग्रीन शिमला अभियान के तहत राजधानी में इलेक्ट्रिक बेसन का बेड़ा बढ़ाने वाला है। इसके लिए ढली में इलेक्ट्रिक बस डिपो स्थापित किया जाएगा। इस योजना पर काम शुरू हो गया है। हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम के माध्यम से शिमला शहर में सरकार सबसे ज्यादा 70 इलेक्ट्रिक बसें चला रही है। प्रदेश सरकार राजधानी शिमला को ‘हरित शहर’ के रूप में विकसित करना चाहती है। एचआरटीसी क्षेत्रीय कार्यालय ढली से मिली जानकारी के अनुसार ढली में इलेक्ट्रिक बस डिपो बनाने का प्रस्ताव है। एचआरटीसी का लक्ष्य शिमला शहर में 100 फीसदी इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करना है। ‘ग्रीन हिमाचल क्लीन हिमाचल’ के नारे को साकार करने के लिए राजधानी शिमला शहर में इलेक्ट्रिक बसों की बढोतरी की जा रही है।

शिमला शहर में एचआरटीसी 70 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करती है, जिसमें 40 बसें बीस सीटर और 30 बसें तीस सीटर हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने पहले ही बजट में ग्रीन हिमाचल की कार्य योजना रखी थी। इस योजना को आगे बढ़ते हुए अब बसों की संख्या भी बढ़ रही है। राज्य में इलेक्ट्रिक वाहन में वृद्धि करने के लिए सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहन पालिसी 2022 लागू की है। इस नीति को लागू करने के लिए जहां इलेक्ट्रिक स्कूटी या टैक्सी खरीदने पर सबसिडी दी जा रही है, वहीं हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम के लिए भी इलेक्ट्रिक बसें और खरीदी जा रही हैं। परिवहन निगम के एमडी रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि राज्य सरकार ने इलेक्ट्रिक बस में खरीदने के निर्देश दिए हैं, जिसको लेकर एचआरटीसी बोर्ड की बैठक कल रखी गई है। शिमला शहर में भी इलेक्ट्रिक बसों की संख्या को बढ़ाने का प्रस्ताव है।