हिमाचल प्रदेश
कुल्लू जिला में ब्यास की लहरों पर रिवर राफ्टिंग का बढ़ा क्रेज
तापमान में गिरावट में भी सैलानियों में रिवर राफ्टिंग करने का गजब का क्रेज है।

मनाली: पर्यटन के लिए विख्यात कुल्लू जिला में पर्यटक आने कम हुए हैं, लेकिन जो पर्यटक यहां आ रहा है वह कड़ाके की ठंड में भी रिवर राफ्टिंग का मजा ले रहा है। सैलानी कड़ाके की ठंड में भी ब्यास में रिवर राफ्टिंग कर रहे हैं। तापमान में गिरावट में भी सैलानियों में रिवर राफ्टिंग करने का गजब का क्रेज है। जिले की गगनचुंबी पहाडिय़ों के रहस्य और रोमांच का आनंद उठाने के लिए देश-विदेश के सैलानी यहां आ रहे हैं। ब्यास की लहरों का सफर करने के लिए पर्यटक पहुंच रहे हैं। हर दिन राफ्टिंग स्थलों पर लहरों का सफर करने के लिए सैलानी उतावले हो उठते हैं। ब्यास की लहरों में सिर्फ रोमांच ही नहीं, बल्कि रोजगार भी है। एक तरफ जहां देश विदेश से आने वाले सैलानी ब्यास की लहरों में रोमांच का सफर कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों को इससे रोजगार मिल रहा है।

पिछले कुछ वषों से हिमालयी राज्यों में रीवर राफ्टिंग एक महत्वपूर्ण साहसिक खेल के रूप में उभरकर सामने आया है। हिमाचल की बात करें तो कुल्लू जिले में यह साहसिक खेल पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन चुका है और वहीं घाटी के बेरोजगार युवा इन उफनती लहरों में रोजगार की संभावनाएं तलाश रहे हैं। ब्यास में राफ्टिंग करने के लिए विभाग की ओर से बेहतर साइट्स का चयन किया है। ब्यास में कुल्लू रायसन से लेकर मंडी जिले के झीड़ी तक सैलानियों से भरी राफ्ट्स को लहरों में बहते हुए देखा जा सकता है। लाइसेंस धारक गाइड पर्यटकों को राफ्टिंग करवा रहे हैं।