
भोपाल। वन, पर्यावरण और अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री नागर सिंह चौहान ने तुलसी नगर स्थित वन भवन में अधिकारियों की बैठक में कहा कि वन और पर्यावरण संरक्षण में सभी के सहयोग से बेहतर कार्य कर वन विभाग को प्रदेश में एक मॉडल के रूप में पहचान दिलाएंगे।

वन मंत्री चौहान ने वन अधिकारियों को उनके अधिकार क्षेत्र के प्रकरणों में तत्परता से कार्रवाई करने के निर्देश दिये। जिससे जन-सामान्य की समस्याओं का निराकरण हो सके। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के बाद आदिवासियों को आवास उपलब्ध होने से वनवासियों में बदलावा आया है। अब अनुसूचित जनजाति का व्यक्ति विकास की मुख्य धारा से जुड़ गया है। वन मंत्री चौहान ने कहा कि वन विभाग में वानिकी की गतिविधियों के मामले में प्रदेश अग्रणी राज्य है।
बैठक में प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख अभय पाटिल और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।