मर्डर का आरोपी जेल से छूटा, लेकिन अब कभी नहीं लौटेगा घर….ऐसा क्या हुआ?

रामपुर: रामपुर के बिलासपुर में कोतवाली क्षेत्र के भैंसिया ज्वालापुर गांव में हत्यारोपी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह कुछ दिन पहले ही जेल से जमानत पर छूटा था। सोमवार की दोपहर वह एक रिश्तेदार के यहां दावत से घर लौट रहा था। रास्ते में हत्यारों ने पहले उसके साथ मारपीट की फिर कनपटी पर तमंचा रखकर गोली मार दी। हत्याकांड से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और परिजनों से पूछताछ की। परिजनों ने रंजिश में हत्या का आरोप लगाया है।

सोमवार की दोपहर क्षेत्र के गांव सकटुआ निवासी मो. आरिफ (30) पड़ोस के ही गांव भैंसिया ज्वालापुर में किसी समारोह में शामिल होने एक रिश्तेदार के घर आया था। यहां दावत खाने के बाद दोपहर दो बजे वह वापस अपने घर जा रहा था। इसी दौरान कुछ व्यक्तियों ने उसे रास्ते में ही रोक लिया और उसके साथ मारपीट करने लगे। झगड़े के दौरान हमलावरों में से एक ने तमंचा निकाल लिया और आरिफ की कनपटी पर रखकर गोली चला दी। इसके बाद हमलावरों ने उस पर एक और फायर किया। सिर और पेट में गोली लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
फायरिंग की आवाज से एकाएक हड़कंप मच गया। इसके बाद हत्यारे मौके से भाग गए। घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जुट गई। सूचना पाकर आरिफ के परिजन भी मौके पर पहुंच गए। वहीं, ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी, सीओ रवि खोखर और प्रभारी निरीक्षक नवाब सिंह भी भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। इस सनसनीखेज वारदात से एकाएक हड़कंप मच गया।
उधर परिजनों ने नामजद तहरीर सौंपते हुए रंजिशन हत्या का आरोप लगाया। उनका कहना था कि मृतक को दो वर्ष पूर्व हुए शाजिम हत्याकांड में झूठा फंसाया गया था। मृतक ने जेल भी काटी तथा अब जमानत पर बाहर आया हुआ था। अब शाजिम के पिता और भाई ने रंजिशन उसकी हत्या कर डाली। सीओ ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस हत्याकांड से जुड़े सभी आरोपियों को बेनकाब कर जल्दी ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
दिनदहाड़े सरेआम हुए इस हत्याकांड की वजह केवल आपसी रंजिश बताई जा रही है। इस दौरान पुलिस अधिकारियों के पूछने पर मृतक के परिजनों ने बताया कि करीब दो वर्ष पूर्व पुलिस के मुखबिर शाजिम खां की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड में उनके पुत्र मौ. आरिफ को भी झूटा फंसाया गया था। जिसकी वजह से उसने लगभग एक वर्ष से अधिक का कारावास भी झेला। अब वह अपील पर जेल से बाहर था। इसी कारण मृतक शाजिम खां के पिता मोहम्मद अली और भाई राजिम खां मौ. आरिफ से रंजिश रखने लगे। सोमवार को रंजिशन उसे घेर लिया और उसकी गोली मारकर हत्या कर डाली। पुलिस ने मृतक के परिजनों की तहरीर पर आरोपी पिता पुत्र की तलाश शुरू कर दी है।