आरएस कंवल की लघु कथा पुस्तक का विमोचन

कश्मीर के जाने-माने पंजाबी लेखक रतन सिंह कंवल ‘पहलगामी’ द्वारा लिखित ‘दर्द चिनारोन का’ नामक हिंदी लघुकथा अनुवादित पुस्तक का आज यहां एचएसएम-जे द्वारा आयोजित एक समारोह के दौरान हिंदी साहित्य मंडल (एचएसएम), जम्मू द्वारा विमोचन किया गया। .

जेकेएएसीएल के पूर्व अतिरिक्त सचिव डॉ. अरविंदर सिंह अमन मुख्य अतिथि थे, जबकि प्रसिद्ध लेखक डॉ. निर्मल विनोद ने समारोह की अध्यक्षता की।
एचएसएम-जे के उपाध्यक्ष भूपिंदर रैना और संजीव भसीन ने मंच साझा किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बुद्धिजीवियों और लेखकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत महासचिव राकेश अबरोल द्वारा मंच पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों के परिचय एवं आमंत्रण के साथ हुई।
स्वागत भाषण एचएसएम-जे के उपाध्यक्ष संजीव भसीन ने दिया।
प्रो. राज कुमार और डॉ. बलजीत सिंह रैना द्वारा विमोचित पुस्तक की सामग्री और आलोचनात्मक मूल्यांकन पर दो पेपर प्रस्तुत किए गए।
उल्लेखनीय है कि पहलगामी ने दस पंजाबी लघु कथाएँ लिखी हैं। उनकी साहित्यिक यात्रा 1980 के दौरान शुरू हुई जब उनकी कविता एक पत्रिका में प्रकाशित हुई। वे लगातार पंजाबी, अंग्रेजी और उर्दू में लिख रहे हैं।
मूल पंजाबी लघुकथाओं का हिंदी अनुवाद स्थानीय पंजाबी कवि और लेखक मनजीत सिंह कामरा ने किया है।
कार्यक्रम की कार्यवाही का संचालन उमा शर्मा, साहित्य सचिव, एचएसएम-जे ने किया। कार्यक्रम का समापन डॉ. विजय शर्मा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।