
शिमला। हिमाचल और जनजातीय जिला लाहौल स्पीति के सपूत कर्नल खुशाल चंद को 9 डोगरा बटालियन ने अनोखे अंदाज़ में श्रद्धांजलि दी है। देश के लिए दी गई उनकी सेवाओं को याद करते हुए बटालियन ने ग्वालियर में आयोजित प्लेटिनम जुबली सेलिब्रेशन में कर्नल खुशाल चंद की आवक्ष प्रतिमा की स्थापना की है। इसका अनावरण 26 जनवरी 2024 को गणतंत्र दिवस पर किया गया। कर्नल खुशाल चंद हिमाचल कैडर के आईएएस अधिकारी रोहन चंद ठाकुर के दादा हैं।

वह लाहौल स्पीति के गेमूर गांव के रहने वाले थे। उन्होंने भारतीय सेना को 1941 में ज्वाइन किया था, जब भारत आजाद भी नहीं हुआ था। कर्नल खुशाल चंद का लद्दाख को भारत का हिस्सा बनाए रखने में बहुत बड़ा योगदान था। देश के आजाद होने के बाद उन्होंने यूनाइटेड नेशंस में सेवाएं दी और इसी दौरान एक हवाई दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थी। तब वह सिर्फ 39 साल के थे। वह अपने पीछे तीन बच्चे छोड़ गए थे, जिनमें से एक अशोक ठाकुर हैं, जो उस वक्त महज 2 साल के थे। बाद में अशोक ठाकुर आईएएस अधिकारी बने और 2014 में भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय से सेक्रेटरी के रूप में रिटायर हुए। उन्हीं के बेटे रोहन चंद ठाकुर अब आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में एचआरटीसी में एमडी हैं।