अवैध खदानों से शुरू हुई छुही की निकासी

भोपाल: मुय रूप से सिहावल व मझौली विकाखखंड क्षेत्र में छुही की खदाने बहुतायत में हैं, जहां लगभग प्रतिवर्ष हादसे भी हो रहे हैं, जिसमें लोगों की मौत हो रही है, इसके बावजूद जिले में संचालित अवैध छुही की खदानों में लगाम लगाने प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार की पहल नहीं की जा रही है. इधर बारिश का मौसम बीतने के बाद दीपावली पर्व के नजदीक आते ही लोगों द्वारा घरों की साफ-सफाई व रंगाई पुताई का कार्य शुरू कर दिया गया है. कच्चे घरों की पुताई के लिए ग्रामीणों द्वारा छुही का उपयोग किया जाता है, जिसके कारण जिले में संचालित छुही खदानों में छुही निकासी का कार्य शुरू कर दिया गया है.

सैकड़ों की संया में चल रही छुही खदानें: जिले में छुही की भी वैध खदान नहीं है. इसका प्रमुख कारण है कि इसका व्यवसायिक रूप से उपयोग काफी कम हो रहा है. लेकिन अवैध खदानों की भरमार है. बताया गया कि जिले में सैकड़ा से अधिक छुही की खदानें संचालित हैं, कई खदानें तो काफी बड़ी हो गई हैं, जहां काफी अंदर घुसकर छुही की खुदाई की जा रही है. यहां हर वक्त हादसों का खतरा बना रहता है, इसके बावजूद लोग बेपरवाह होकर छुही की खुदाई करने खदानों में घुस रहे हैं. सिहावल विकासखंड मुयालय के समीपी रामपुर गांव में करीब आधा सैकड़ा छुही खदाने संचालित हैं. यहां घरेलू उपयोग के साथ ही व्यवसायिक रूप में भी छुही की खुदाई की जाती है. इसके अलावा बहरी तहसील अंतर्गत पड़रिया में भी करीब दर्जन छुुही की खदाने संचालित हैं. वहीं मझौली विकासखंड क्षेत्र में भी अवैध छुही खदानों की भरमार है. टिकरी के आसपास के गांवों में संचालित अवैध खदानों में हादसे के बाद भी छुही की खुदाई की जा रही है.