
रायपुर। कोहरे में बूढ़ा तालाब पूरी तरफ से ढंक गया है। दृश्य देखकर हर कोई तारीफ करने से नहीं थक रहे है। हर रोज रायपुरियंस सुबह-सुबह मॉर्निंग वॉक करने बूढ़ा तालाब पहुंचते है। जनता से रिश्ता के राज. संपादक ज़ाकिर घुरसेना ने कई तस्वीरें अपने मोबाइल में कैद किए है। सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा, कोहरे से एक अच्छी बात सीखने मिलती है कि जब जीवन में रास्ता दिखाई न दे रहा हो तो बहुत दूर तक देखने की कोशिश व्यर्थ है, एक एक क़दम चलते चलो रास्ता खुलता जायेगा। जिसने भी कहा है बिलकुल सही कहा है। हालाकि सर्दी के मौसम में कोहरा छाना सामान्य बात है।सुबह सुबह राजधानी के बुढा तालाब का नज़ारा।

कोहरे के वजह से तालाब का दूसरा किनारा धुंधला दिख रहा है। धूप भी कमज़ोर पड़ गई है। जब ठंड आता है तो कोहरे भी दिखने लगता है छत्तीसगढ में तो नही लेकिन दिल्ली,एनसीआर, उत्तर भारत सहित देश के अन्य हिस्सों में कोहरे से दुर्घटना की खबर भी मिलती है। उधर सड़क, रेल और वायु ट्रैफिक में भी खलल पैदा होता है। ट्रेनें लेट चलती है उड़ानों पर भी फर्क पड़ता है।फेसबुक ट्विटर वाट्स अप में इसके वीडियो भी लोग शेयर करते हैं। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि बदली छटने के बाद ठंड और बढ़ेगी। ठंड के साथ सामाजिक लोगों को गरीबों का सेवा करने का मौका मिल गया, जगह जगह सिंधी समाज, मुस्लिम समाज और दीगर समाज के लोग खुले में रह रहे लोगों को गरम कपड़े दान कर रहे हैं। बहुत अच्छा है, ये इंसानियत का तकाज़ा है।