
कवर्धा। जिले के अधिकांश शासकीय स्कूल शिक्षकों की समस्या से जूझ रहे हैं. वहीं वनांचल क्षेत्र के कुछ स्कूल भगवान भरोसे संचालित किए जा रहें है. जहां शिक्षकों की मनमानी बच्चों के भविष्य को अंधकार की ओर ढकेल रहे हैं. ऐसा ही एक शासकीय स्कूल है, जहां के प्रधान पाठक स्कूल ही नहीं आते. लेकिन अपने बदले में गांव के ही दो युवतियों को किराए में रखकर पढ़ाने के लिए भेजते हैं.
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जिले के बोड़ला ब्लाक अंतर्गत सुदूर वनांचल इलाका के शासकीय प्राथमिक स्कूल लावा की हम बात कर रहे हैं. जहां स्कूल में बच्चों की दर्ज संख्या 17 है. जब स्कूल का पड़ताल किया तो 2 मैडम एक क्लास में बच्चों को पढा रही थी और फिर देखते ही शांत हो गईं. जब मैडम और बच्चों से बातचीत की गई तो उसके बाद पूरे मामले से रूबरू हुए. जिला शिक्षा अधिकारी ने मामले का जांच कराने का आश्वासन दिया और जांच के बाद उचित कार्रवाई करने की बात कही है.