
नई दिल्ली/रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज मंगलवार को वीर बाल दिवस पर रायपुर के तेलीबांधा गुरुद्वारा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने गुरुद्वारा में माथा टेककर गुरुग्रंथ साहिब की परिक्रमा की। उन्होंने गुरु गोविंद सिंह जी के परिवार के बलिदान और उनके सुपुत्रों की शहादत को याद कर उन्हें नमन किया। साय गुरुद्वारा में कीर्तन और अरदास में भी शामिल हुए। इस दौरान कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम, सांसद सुनील सोनी, विधायकगण पुरंदर मिश्रा, मोतीलाल साहू और संपत अग्रवाल भी कार्यक्रम में शामिल हुए। गुरुद्वारा प्रबंधन समिति और सिख समाज के अनेक पदाधिकारी भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर बाल दिवस मैं आज गुरूग्रंथ साहिब में मत्था टेकने आया हूं। मैं गुरु गोविंद सिंह और उनके साहिबजादों के बलिदान को नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म की रक्षा और देश को आजादी दिलाने में सिख बंधुओं का बड़ा योगदान है। उनके महान काम हमारे इतिहास में दर्ज हैं। उन्होंने गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह बहादुर सिंह की शहादत को याद करते हुए कहा कि छह वर्ष और नौ वर्ष की अल्पायु में ही इन बालकों को मुगल शासक ने दीवारों में चुनवा दिया था। अपने धर्म की रक्षा के लिए इन दोनों ने बहुत कम उम्र में ही अपने आप को बलिदान कर दिया।
LIVE:वीर बाल दिवस कार्यक्रम,26 दिसंबर 2023 https://t.co/qhhIaopRlB
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) December 26, 2023
सीएम साय ने ऐसे बहादुर बच्चों की शहादत के पुण्य स्मरण के लिए हर वर्ष वीर बाल दिवस बनाने की पहल के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष प्रकाश पर्व पर प्रधानमंत्री ने हर वर्ष 26 दिसम्बर को बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह बहादुर सिंह की शहादत को याद करने के लिए वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों में इन दोनों की शहादत के पुण्य स्मरण के साथ ही बच्चों में वीरता की भावना जागृत हो रही है।