
रायपुर। मंत्रियों के विभागों का आज आखिरकार बंटवारा हो गया। राज्य बनने के बाद पहली बार स्कूल और उच्च शिक्षा विभाग एक ही मंत्री को दिया गया है। छत्तीसगढ़ के सबसे सीनियर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को यह दायित्व सौंपा गया है। बीजेपी सरकार के दौरान रमन सिंह की दूसरी पारी में बृजमोहन स्कूल शिक्षा संभाल चुके हैं।
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बहरहाल, इसे नया प्रयोग कहा जा सकता है। केंद्र में दोनों विभागों के एक ही मंत्री होते हैं। वहां मानव संसाधन मंत्री कहा जाता है। उनके पास स्कूल और उच्च शिक्षा दोनों ही होते हैं। स्कूल शिक्षा में बृजमोहन चूकि अनुभवी हैं इसलिए उन्हें इस विभाग के बारे में सब कुछ पता है।
बृजमोहन अग्रवाल का सफर
बृजमोहन अग्रवाल 90 से लगातार चुनाव जीत रहे हैं। वे मध्यप्रदेश में सुंदरलाल पटवा सरकार में मंत्री रह चुके हैं। उसके बाद फिर रमन सिंह सरकार में 15 साल मंत्री रहे और विभिन्न विभागों को संभाले। वे आठवीं बार विधायक चुने गए हैं। बृजमोहन अग्रवाल प्रदेश की सबसे बड़ी लीड लेकर लगातार चुनाव जीतते हुए आठवीं बार विधायक बने हैं। बृजमोहन ने प्रदेश में सर्वाधिक मतों से जीत हासिल की है।
उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी महंत रामसुंदर दास को 67919 मतों के अंतर से हराया है। कॉमर्स व आर्ट्स दोनों विषय से पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले बृजमोहन अग्रवाल ने एलएलबी की भी डिग्री ली है। 1990 में पहली बार विधायक निर्वाचित होने वाले बृजमोहन अग्रवाल ने अपने राजनीतिक की शुरुआत भाजपा की छात्र इकाई एबीवीपी से अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की। वे कॉलेज के छात्र संघ अध्यक्ष व भारतीय जनता युवा मोर्चा अविभाजित मध्यप्रदेश के प्रदेश उपाध्यक्ष रहें हैं।