
रायपुर। रायपुर एम्स में 20 वर्षीय युवक को ब्रेन डैड रोगी की किडनी प्रत्यारोपित की गई। युवक की गंभीर स्थिति थी मगर परिजनों की किडनी मैच न हो पाने की वजह से किडनी ट्रांसप्लांट संभव नहीं हो पा रहा था। किडनी को एम्स तक पहुंचाने के लिए रायपुर में ग्रीन कॉरिडोर भी बनाया गया।

किडनी प्रत्यारोपित
प्रत्यारोपण के समय नई किडनी पेट के निचले हिस्से में लगाई जाती है। नई किडनी की रक्तवाहिकाएं पेट के निचले भाग में पाई जाने वाली रक्त वाहिकाओं से जोड़ दी जाती हैं। नई किडनी की मूत्रवाहिका को मूत्राशय से जोड़ दिया जाता है। एक किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी सामान्य रूप से तीन से चार घंटे में हो जाती है।
दोनों किडनी कम या ज्यादा समान रूप से कार्य करते हैं और किसी भी स्वस्थ व्यक्ति की कोई भी एक किडनी डोनेट किया जा सकता है।
भारत का लाइव किडनी प्रत्यारोपण कार्यक्रम संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा है। कैडेवरिक डोनर: किसी दुर्घटना में मृत किसी स्वस्थ व्यक्ति की किडनी रोगी में प्रत्यारोपित की जाती है। भारत में, बहुत से लोग आकस्मिक मृत्यु की स्थिति में अंग दाताओं के रूप में पंजीकरण कराना नहीं चुनते हैं।