राज्यपाल का काफिला रोकने वाले आरोपियों को नहीं मिली जमानत
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तिरुवनंतपुरम। केरल की राजधानी की एक अदालत ने गुरुवार को एसएफआई के सदस्य सात छात्रों को जमानत देने से इनकार कर दिया, जिन्हें सोमवार रात राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के काफिले को रोकने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। काफिले को उस समय रोका गया था, जब राज्यपाल हवाईअड्डा जा रहे थे। सोमवार की रात राज्यपाल खान को अपनी कार से निकलकर एसएफआई कार्यकर्ताओं को पास आने के लिए कहते देखा गया। उन्होंने पुलिस अधिकारी से पूछा कि उन्हें किस तरह की सुरक्षा दी जा रही है।
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सातों प्रदर्शनकारियों को अदालत में पेश करते समय पुलिस ने शुरू में हल्के आरोप लगाए थे, लेकिन जब खान ने मुख्य सचिव और पुलिस प्रमुख से “एसएफआई हमले” मामले को हल्के में नहीं लेने के लिए कहा, तो धारा 124 के तहत अतिरिक्त आरोप लगाए गए और इसमें विशेष रूप से राष्ट्रपति और राज्यपाल के लिए तय प्रावधान भी जोड़े गए। एसएफआई कार्यकर्ताओं की जमानत अर्जी पर सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि यह एक गंभीर घटना है और जमानत देने से इनकार कर दिया गया।
इस बीच, एसएफआई नरम पड़ने के मूड में नहीं है और उसने कहा है कि राज्यपाल के खिलाफ उनका विरोध जारी रहेगा और उन्हें राज्य के किसी भी परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। खान ने गुरुवार को राज्य पुलिस प्रमुख को यह सुनिश्चित करने के लिए लिखा कि देश के कानून का पालन किया जाए और कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। खान का अब 16 से 18 दिसंबर तक कोझिकोड विश्वविद्यालय परिसर में एक समारोह है और एसएफआई ने शैक्षणिक संस्थानों में बैनर लगाए हैं कि राज्यपाल, जो कुलाधिपति भी हैं, को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस बीच खान ने यह भी कहा है कि अगर छात्र काले झंडे लहराते हैं तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी, लेकिन अगर प्रदर्शनकारी उनके वाहन के पास आते हैं तो वह अपना वाहन रोक देंगे और बाहर निकल जाएंगे।